किचन में गलती से भी ना पहनें चप्पल।हम सब जानते है कि किचन में हमें जूते-चप्पल नही पहनना चाहिए लेकिन कोई यह नही जानता है कि आखिर क्यों नही पहनना चाहिए जब भी हम अपने घर के किचन में जाते है तो जूते-चप्पल हम बाहर ही खोल लेते है क्योंकि जब हम कहीं बाहर से घर आते हैं तब जूते-चप्पल के साथ गंदगी भी आती है।
ऐसे में यदि हम वही जूते-चप्पल घर में लेकर जाते हैं तो वह गंदगी किचन में फैलती है। जो कि परिवार के सदस्यों के लिए भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है। इस गंदगी में कई प्रकार के बीमारियां फैलाने वाले कीटाणु रहते हैं।
साथ ही इस बात के पीछे धार्मिक कारण भी है। प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों और विद्वानों द्वारा किचन में चरण पादुकाएं अर्थात् जूते-चप्पल नहीं पहनने की बात कही गई है। कहते हैं किचन में अन्नपूर्णा देवी भी निवास करती हैं। ऐसे में यदि हम जूते-चप्पल पहनकर किचन में घुमते हैं तो भगवान का भी अपमान होता है। वैसे तो आजकल सभी अपने-अपने घरों में परमात्मा के लिए अलग कक्ष बनवाते हैं।
इसलिए किचन में नंगे पैर ही रहना चाहिए इससे घर की पवित्रता बनी रहती है और ऐसे परिवार में देवी-देवता भी स्थाई रूप से निवास करते हैं। भगवान की कृपा से उस घर में किसी भी प्रकार धन, सुख-समृद्धि की कोई कमी नहीं रहती। इन कारणों से किचन में जूते-चप्पल नहीं पहनना चाहिए।