लेकिन ध्यान रहे कि इस साल दीपावली से 8 दिन और धनतेरस से 6 दिन पहले रविवार को रवि पुष्य नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है। इस दिन खरीदारी का विशेष महत्व माना गया है। रवि पुष्य अपने आप में श्रेष्ठ नक्षत्र में माना जाता है। दीपावली के पहले 15 घंटे का रवि पुष्य नक्षत्र रहेगा। दिवाली के पहले 23 अक्टूबर को खरीदी के लिए अनुकूल मुहूर्त रवि पुष्य नक्षत्र आ रहा है। यह पुष्य नक्षत्र एक दिन पूर्व 22 अक्टूबर शनिवार को रात्रि 8:41 बजे से लग जाएगा, जो रविवार को रात्रि 8:41 तक रहेगा।
इसकी अवधि रविवार के दिन 15 घंटे रहेगी। पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा माना जाता है, इसलिए इसमें की गई खरीदी समृद्धि कारक होती है। पुष्य नक्षत्र की धातु सोना है, जिसे खरीदने से अत्याधिक लाभ मिलेगा। 22 को शनि पुष्य व 23 को रविपुष्य का योग बनने से भूमि, भवन, वाहन व अन्य स्थाई सम्पत्ति में निवेश करने से लाभ प्राप्त होगा।