कटघोरा थानांतर्गत कोरबी के ग्राम सिंधिया में रहने वाले सुंदर सिंह उईके की पुत्री उर्मिला उईके (21) की तबियत लंबे समय से खराब चल रही थी। मानसिक परेशानी होने की वजह से वह अजीब हरकते करती थी। कई दिन अस्पताल में उपचार के बाद भी वह ठीक नहीं हो रही थी। जिसकी वजह से परिजनों ने गांव के बैगा कन्हैयालाल गोंड़ से झाड़फूंक कराना शुरू किया।
परिजनों के मन में संदेह था कि उर्मिला पर भूतप्रेत का साया है। लगातार एक माह तक कन्हैया झाड़फूंक करता रहा, लेकिन उसके स्वास्थ में कोई सुधार नहीं हुआ। बैगा ने परिजनों को उर्मिला की परेशानी बताते हुए उसे दागने की बात कही, तभी इसके शरीर से बुरी आत्मा निकल सकती है। परिजनों ने इसकी सहमति दे दी। बैगा ने उर्मिला के दोनों हाथ को गर्म सलाखों से दागा और सिर पर गरम तेल उड़ेल दिया।
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