इस पर दुल्हन ने कार रुकवाई और वहीं से परिवारीजन को फोन पर सूचना दी। इस पर वधू के परिवारीजन वहां पहुंच गए। बातचीत कर दोनों पक्ष बरातशाला पहुंचे। बरातशाला में कई घंटे पंचायत चली, लेकिन दुल्हन जाने को राजी नहीं हुई। उसने कहा कि जब अभी से धमकी दी जा रही है तो ससुराल में क्या हाल होगा।
उन्होंने दूल्हे के साथ ही परिवारीजन को बंधक बना लिया और नए नोट की मांग की। आखिरकार वर पक्ष ने लिखित में स्वीकार किया कि वे बाद में नए नोट वधू पक्ष को देंगे। समझौते के बाद दोनों पक्ष चले गए। पुलिस ने ऐसे किसी मामले की जानकारी से इन्कार किया है।
अंत में दोनों पक्षों की रजामंदी के बाद मौलवी की मौजूदगी में दूल्हे ने दुल्हन को तीन बार तलाक बोलकर शादी तोड़ दी। तलाक होने के बाद मेहर के रुपये मांगे गए तो तीन लाख रुपये में पांच सौ रुपये के पुराने नोट दुल्हन पक्ष को दे दिए गए। इस पर दुल्हन पक्ष भड़क गया।