पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि नौकरानी ने उद्योगपति से कर्ज के रूप में 70 हजार रुपए लिए थे। कर्जा चुकता नहीं करने पर इसके एवज में परिजनों की सहमति से उद्योगपति के घर में बच्ची से काम लिया जा रहा था। पुलिस को संदेह है कि अपने बचाव में उद्योगपति द्वारा बच्ची पर जेवर चुराने का आरोप लगाया जा रहा है।
सिविल लाइन सीएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि कचना निवासी रिक्शा चालक की पत्नी पिछले कुछ महीनों से गीतांजलि नगर निवासी उद्योगपति अनिल नचरानी के घर में नौकरानी का काम करती आ रही है। नौकरानी अपने साथ 13 वर्षीय बेटी को भी लेकर गीतांजलि नगर आती-जाती रही है। 30 दिसम्बर की रात 8 बजे से 11 बजे के बीच नाबालिग अचानक उद्योगपति के घर से गायब हो गई थी। पिछले चार दिनों से लापता बेटी को परिजनों के साथ खुद उद्योपति तलाशते आ रहे थे, लेकिन कोई पता नहीं चला। तब मंगलवार को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने दर्ज कराई गई। पुलिस ने मामले में गुम इंसान के साथ अपहरण का केस दर्जकर जांच शुरू ही किया था कि देर शाम को लापता बच्ची रहस्यमय ढंग से वापस लौट आई। बच्ची का कहना है कि वह एक रिश्तेदार के घर पर थी।