यह मामला उत्तरप्रदेश में कानपुर के पास के एक गांव का है। यहां रहने वाली विलास देवी अपने परिवार के साथ आराम से जीवन गुजार रही थी। एक रात अचानक एक चौकाने वाली घटना घटी। एक रात विलास देवी को सोते हुए एक सांप ने काट लिया और ये बेहाश हो गयी। घरवालो ने इन्हे लेकर झांड-फूंक करवाने लगे लेकिन इसका कोई असर नही हुआ। घरवालो ने इन्हे मृत समझ कर वे इन्हे लेकर घाट लेकर पहुंचे और विलास देवी को गंगा में बहा दिया। यही नहीं इसके बाद इनके घरवालो ने मौत के बाद किए जाने वाले सारे कर्मकाण्ड कर भी कर दिए। कुछ समय बाद घरवाले इन्हे लगभग भूल ही चुके थे। अचानक एक दिन विलास देवी घर वापस (dead alive) आ गयी। जिसे देख कर घरवालों को यह विश्वास नहीं हो रहा था। असल में जिन्हे वो मरा हुआ समझ कर गंगा में बहा दिया था वो मरी हुई नहीं थी।