बचपन में स्कूलों में सभी ने यह सुना होगा  कि इंसान को पेड़ों से सीख लेनी चाहिए कि फल पाकर झुक जाना चाहिए। इस बात का सफल उदाहरण पेश किया है 23 साल के दृष्टिबाधित विकी मोदी ने जिसने मोबाइल कंपनी के कॉल सेंटर से निकाले गए 5 नेत्रहीनों को अपने खुद के कॉल सेंटर में नौकरी दी।  ब्लाइंड पीपल असोसिएशन द्वारा शुक्रवार को किए गए रिक्रूटमेंट ड्राइव में मोदी ने 17 ब्लाइंड लड़के-लड़कियों का इंटरव्यू किया जिन्हें कॉल सेंटर का अनुभव था।

आपको बता दें नेत्रहीन लोगों को नौकरी देने वाला विकि खुद नेत्रहीन है। विकि मोदी ने बताया, ‘इस साल अप्रैल में 40 नेत्रहीनों को एक मोबाइल कंपनी ने परफॉर्मेंस के आधार पर नौकरी से निकाल दिया था। यह न्यायपूर्ण नहीं था। उन्हें शुरुआत से ही कम सैलरी दी जा रही थी। मैंने रिजाइन कर दिया और अपना खुद का कॉल सेंटर खोलने का निर्णय लिया जहां में अपने जैसों को नौकरी दे सकूं।’

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