दिवाली की रात क्यों खेलते हैं ताश , हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, दीवाली की रात को ताश का खेलना बहुत शुभ माना जाता है और कहा जाता है कि इसी दिन माता पार्वती ने भगवान शिव के साथ ताश के पत्तों को रात भर खेला था और दोनों के बीच प्यार बहुत बढ़ा। इससे माता पार्वती इतनी ज्यादा खुश हो गई थी कि उन्होंने कहा कि इस रात जो भी इन्हें खेलेगा, उनके घर बहुत समृद्धि आएगी।
समय बीतता गया और तब से लेकर आज तक इस प्रथा ने कई रूप ले लिए। वर्तमान में कार्ड पार्टी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बहुत बड़ा त्यौहार भी होता है इसीलिए लोग आपस में मिलते-जुलते हैं, भोजन करते हैं और जीवन का आनंद उठाते हैं।
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