आपसे कोई कहे कि वो कहीं भी नहाते वक्त यूरिन कर देता है तो आपको कैसा लगेगा। आप नाक भौं सिकोड़ेंगे लेकिन हकीकत में आप भी कई बार ऐसा करते हैं।

आप मानें या ना मानें लेकिन ज्यादातर लोग नहाते समय बाथरूम में पेशाब करना पसंद करते हैं।बचपन से हमें मां-बाप सिखाते हैं कि मल-मूत्र हमेशा टॉयलेट में जाकर करना चाहिए, साफ जगह पर पेशाब करना गलत बात होती है। आप मां-बाप की बात को सही भी मानें तो लोगों के इस बदलते व्यवहार को नकार भी नहीं सकते। लोग नहाते वक्त यूरिन करना क्यों पसंद कर रहें हैं इसके कई कारण हैं।

दरअसल जब आपका पूरा शरीर ठंडे पानी में देर तक रहेगा तो मूत्राशय पर दबाव पडता है और इस वजह से मूत्र तंत्र सक्रिय हो उठता है। ऐसे में आप आलस के मारे कहीं और जाकर यूरिन करने की बजाय नहाते वक्त ही करना पसंद करते हैं।

स्विमिंग पूल में तो बाकायदा यूरिन करने वालों की पहचान के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं। यहां पानी में ‘यूरीन इंडिकेटर डाई’ नाम का ऐसा केमिकल मिला दिया जाता है जिसकी वजह यूरिन के पूल के पानी के संपर्क में आते ही आस पास के पानी का रंग बदल कर नीला हो जाता है।

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