हालांकि यह फतवा अभी नहीं बल्कि 2015 में ही जारी किया गया था लेकिन कुछ दिनों से इस पर काफी चर्चाएं हो रही हैं। इस मौलवी का ऐसा मानना है कि ये महिलाओं का बलिदान और पति के प्रति आज्ञाकारिता का भाव दिखाएगा। फतवे में बताया गया है कि किन परिस्थितियों में पुरुष अपनी पत्नी के अंगों को खा सकता है।

लेकिन सऊदी अरब के इस प्रधान मौलवी ने कहा है कि उन्होंने ऐसा कोई फतवा जारी नहीं किया है और ये किसी की साजिश है।

 

1 2
No more articles