चोपान ने बताया कि माना जाता है कि कैप्सीचीन ही मोटापे को घटाने और धमनियों में रक्त प्रवाह को नियंत्रिण करने में सेलुलर और आणविक तंत्र में अपनी भूमिका निभाता है। साथ ही इसमें माइक्रोबियल विरोधी गुण होते हैं जो ‘संभवत: आंतों के माइक्रोबायोटा में बदलाव कर अप्रत्यक्ष तौर पर उस व्यक्ति के जीवनकाल को बढ़ाने में योगदान करता है। इस शोध के लिए दल ने 16,000 अमेरिकियों का 23 सालों तक अध्ययन किया। वरमोंट विश्वविद्यालय का यह शोध प्लोस वन जर्नल में प्रकाशित किया गया है। मसालों और मिर्ची को शताब्दियों से रोगों के इलाज में लाभकारी माना जाता रहा है।