हांगकांग में ज्यादातर लोग इसी तरह से रह रहे हैं। कई लोगों ने तो फ्लैट्स के अंदर ही ये कॉफिन जैसे घर बना दिए गए हैं ताकि घरों की किल्लत कम हो सके। हांगकांग की सरकार के मुताबिक कम से कम 2 लाख लोग इस तरह से रह रहे हैं।
हैरानी की बात यह है कि लोग इन घरों का 15 हजार तक किराया दे रहे हैं। 15 हजार किराया देने के बावजूद इन्हें रहने के लिए एक कमरा तक नहीं मिलता है। इसे इंसानियत के लिए सही नहीं कहा जा सकता हैं।