साल 2004 तक इनके पास 52 भैंसे थी। लेकिन फिर इन्होंने सारी भैंसे बेच दीं और बस एक भैंसें को ही अपने बच्चे की तरह पाल कर बड़ा किया। वो उसकी पसंद और ना पसंद का पूरा ख्याल रखते हैं। उसे जंगल का अहसास कराने के लिए वो अपने घर को जंगल के लुक में रखते हैं। फर्नीचर से लेकर कारपेट तक सब कुछ जंगल के लुक में है।

हालांकि रॉनी बीमारी की वजह से अपने आंखों की रोशनी गंवा चुके है, लेकिन वो भैंसे का ख्याल रखने में कोई कसर नहीं छोड़ते। उनकी पत्नी इसमें उनका सहयोग करती हैं। घर में भैंसा रखने पर लोगों ने उनका काफी विरोध भी किया। रॉनी ने बताया कि जब वो चीन गया था तो वहां उन्होंने देखा कि वहां मौजूद भैंसा किसी को कोई नुकसान नही पहुंचाता, इसी पर भरोसा कर उन्होंने अपने घर में भैंसा रख लिया।

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