जापान के इशिवाका इलाके से न्योताईमोरी की शुरुआत हुई थी। आज भी यहां यह दस्तूर जारी है, न्योताईमोरी के लिए जिन मॉडल्स का इस्तेमाल होता है, उन्हें बाकायदा ट्रेनिंग दी जाती है, उनके लिए यह काम आसान नहीं होता।
मॉडल्स को लगातार लेटे रहना होता है और वे मेहमानों से बात भी नहीं कर सकते खाने को पत्तों पर परोसा जाता है ताकि शरीर से खाने का संपर्क ना हो। खाना समतल हिस्से पर ही रखा जाता है ताकि वह बिखरे ना और गिर ना जाए।
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