शबाना का कहना है कि मुझे नहीं पता था कि इसका अंजाम क्या होगा? दूसरे दिन मुझे मेरी सहेली ने बताया कि तेरा मजनूं तो महारानी लक्ष्मीबाई के किले के अंदर कुएं में कूद गया। मैं बहुत डर गई और अपने मम्मी-पापा को बगैर बताए हॉस्पिटल पहुंच गई।
वहां जाकर देखा तो ताहिर को मामूली सी चोटें आई थी मैने उसी समय ताहिर को बहुत समझाया और उससे कहा कि ऐसा कोई कदम न उठाओ मेरे पापा-मम्मी इस रिश्ते को कभी मंजूरी नहीं देंगे। मेरा उस समय ताहिर के प्रति कुछ लगाव तो बड़ा लेकिन ताहिर अनपढ़ था और मैं पोस्ट ग्रेजुएट थी।
मैं भी इस रिश्ते को ज्यादा पसंद नहीं कर रही थी। लेकिन उस घटना के एक महीने बाद ही ताहिर ने नींद की गोलियां खा ली और उसकी मम्मी मेरे घर पहुंच गई। ताहिर की ऐसी दीवानगी देख मैं उस पर फिदा हो गई और अपने मां-बाप की इच्छा के बगैर 2 साल तक उसे डेट करती रही और फिर हम ने शादी कर ली।