आज़ादी के बाद से लेकर अब तक अगर एक नज़र अगर अर्थव्यवस्था पर डालें तो भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में तीसरे नंबर आती है। जिस तरह से देश की आर्थिक उन्नति हुई है उसी हिसाब से लोगों की की इन्कम में भी बदलाव आते रहे हैं। आंकड़ों में देखा जाए तो आज़ादी के समय में जो प्रतिव्यक्ति आय सालाना 249 रुपए थी वही साल 2015 में लगभग 89000 सालाना हो गयी है।
प्रति व्यक्ति आय का मतलब सीधे तौर पर किसी व्यक्ति की आय से लगाया जाता है। इसके जरिए ही लोगों के रहन-सहन और लोगों की व्यक्तिगत आर्थिक स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। दरअसल प्रति व्यक्ति आय वह पैमाना है जिसके जरिए यह पता चलता है कि किसी देश में एक व्यक्ति की सालाना आमदनी कितनी है।
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