आजकल की दुनिया में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो जानवरों से काफी प्रेम करते हैं। ऐसे ही एक है उमेश महतो जिनको लोग क्षेत्र में बाबा के नाम से जानते हैं। एक साधारण सी जिंदगी व्यतीत करने वाले बिहार के बेतिया जिले के रहने वाले हैं।
ये बेतिया के तीन लालटेन चौक पर एक छोटी सी झोपड़ी में चाय बेचने का काम करते हैं। उसी के सहारे अपने और अपने परिवार वालों के साथ-साथ अपने बंदर (रामू ) और बंदरिया (रामदुलारी) की भी देख देख करते हैं।