हैप्पी आइसक्रीम डे
चिलचिलाती गर्मी में ठंडी ठंडी आइसक्रीम का मज़ा ही कुछ और होता हैं बल्कि आइसक्रीम का मज़ा तो आप ठंड में भी ले सकते हैं। आइसक्रीम का नाम सुनते ही दिमाग में अलग अलग फ्लेवर की स्वादिष्ट आइसक्रीम की तस्वीरें घूमने लगती है। कभी कसाटा तो कभी चॉकोबार, कभी सन्डे तो और भी ना जाने क्या क्या जितने अलग नाम हैं उतने अलग स्वाद भी हैं। लेकिन क्या अपने कभी सोचा है की आइसक्रीम का जन्म कब और कहां से हुआ।
तो आइए आज हम आपको बताते हैं की 18 जुलाई को होता है आइसक्रीम डे। यूनाइटेड स्टेट्स में जुलाई का आखिरी हफ्ता आइसक्रीम डे के रूप में मनाया जाता है। 1984 में यूएस राष्ट्रपति रोनाल्ड रेगन ने जुलाई को राष्ट्रीय आइसक्रीम का महीना घोषित किया था तभी से यूएस में इस दिन को जश्न के रूप में मनाया जाता है।
आईस्क्रीम का जुड़ाव हर उम्र और तबके के लोगों के साथ होता है इसलिए रोनाल्ड रेगन ने कहा की इस पूरे महीने को लोग एक उत्सव की तरह मनाये और रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित करें। इसके लिए अमेरिका में इंटरनेशनल आईस्क्रीम एसोसिएशन भी बनाया गया, जो इस दिन से जुड़ी सारी तैयारियां करता है। अमेरिका की इकॉनमी का एक बड़ा हिस्सा आइसक्रीम के कारोबार से ही तय होता है।
संत लुइस मिस्सौरी के चार्ल्स इ मिन्चेस को आइसक्रीम कोन का आविष्कारक माना जाता है। 23 जुलाई 1904 को वर्ल्ड फेयर में इन्होंने पेस्ट्री कोन में दो स्कूप आइसक्रीम रख कर दुनिया का पहला आइसक्रीम कोन बनाया था जो कि आइसक्रीम की दुनिया मे एक बड़ा धमाका साबित हुआ था।
आइसक्रीम आज हर उम्र को लोगो के साथ जुड़ चुकी है। फिर चाहे वो बच्चे हो, जवान हो या फिर बूढ़े हर किसी को आप आइसक्रीम खिला कर खुश कर सकते हैं। इसको खाने या खिलाने का कोई सही वक्त नहीं होता आप जब इसको खा लें, तभी से आपका सही वक्त शुरू हो जाता है।