उसने खाना भी बनाया। इस दौरान छात्रा और शिक्षक के बीच कुछ विवाद हो गया। छात्रा की बहन के अनुसार संदीप उन्हें नशीला कपड़ा सुंघाना चाहता था लेकिन असफल होने पर बेहोशी का बहाना बनाते हुए बाथरूम में चला गया। छात्रा भी उसे संभालने के लिए पहुंच गई। दोनो में फिर से विवाद हुआ। इसके बाद उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया। एक शीशी नशीला पदार्थ पीने के बाद उसने डॉयल-100 को खुदकशी करने की जानकारी दी। उसने छत के सहारे फांसी का फंदा बनाकर गले में डाल लिया। कुछ ही देर में पीआरवी (0267) में तैनात ओमप्रकाश, लोकेश और मनोज सक्सेना मौके पर पहुंच गए। उन्होंने संदीप को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां देर रात तक उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी।
ठाकुरद्वारा के सुल्तानपुर दोस्त निवासी पूरन सिंह का बेटा संदीप कुमार कोचिंग पढ़ाता है। वह रामगंगा विहार स्थित नीलकंठ मंदिर के पास, ¨हदू कालेज में क्लर्क अशोक सक्सेना के घर में किराए पर रहता है। इसी मकान में संदीप के मामा कुलदीप भी किराए पर रहते हैं। कोचिंग में भटावली की रहने वाली बीए द्वितीय वर्ष की एक छात्रा भी पढ़ने आती थी। इससे शिक्षक और छात्रा में प्रेम संबंध हो गए। शिक्षक के अनुसार उसने चन्दौसी में छात्रा से कोर्ट मैरिज कर ली थी। इसके बाद छात्रा अपने घर पर रहने लगी। छात्रा के परिजनों को शादी की जानकारी नहीं थी।