उसका 18 फरवरी को तिलक व एक मार्च को उसका विवाह होना तय था। चार फरवरी की शाम राम प्रवेश ने फोन कर संगम देवी को आखिरी बार मिलने के बहाने बुलाया। जहां खेत में राम प्रवेश और उसके बाद हंसराज ने संगम देवी के साथ दुष्कर्म किया। संगम जब वापस जाने लगी तो कुछ राम प्रवेश ने ममेरे भाई हंसराज के साथ मिलकर संगम का गला रस्सी से कस दिया। उसकी मौत होने के बाद दोनों वहां से भाग गए। पुलिस ने कल राम प्रवेश को रीवां सीवां नहर पुलिया पर गिरफ्तार कर लिया। हंसराज की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

सीओ आभा पांडेय और मोहसिन खां ने बताया कि बाराबंकी के बड्डूपुर थाना क्षेत्र के ग्राम खंता मजरे कतुरी खुर्द निवासी श्रीराम यादव की पुत्री संगम चार फरवरी की रात शौच के लिए गई थी। जिसके बाद उसका शव दूसरे दिन गांव के उत्तर खेत में पड़ा पाया गया। संगम के गले में फंदा कसा हुआ था। मृतका के पिता ने गांव के राम प्रवेश के खिलाफ अपहरण की तहरीर दी थी। सीओ ने बताया संगम देवी और राम प्रवेश के बीच तीन वर्षों से प्रेम प्रसंग व अवैध सबंध थे। इसी बीच संगम देवी का विवाह तय हो गया था।

 

 

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