उसके दो दिन बाद नवीन, अक्षत व विजय ने फोन किया कि तुम्हारे खिलाफ वह युवती दुष्कर्म का केस दर्ज कराएगी। रिसोर्ट वाले ने तीनों आरोपियों से संपर्क किया तो उन्होंने राजीनामा कराने के लिए 60 लाख रुपए मांगे। जब उसने इन्कार कर दिया तो युवती व आरोपी थाने पहुंचे और वहां से फिर रिसोर्ट मालिक को फोन किया, जिसके बाद उसने अक्षत, नवीन व विजय को 35 लाख रुपए देकर पीछा छुड़ाया।
इस ब्लैकमेलिंग गिरोह के खिलाफ पुलिस में अब तक आरोपियों के खिलाफ 7 प्रकरण दर्ज हो चुके है और अब तक की जांच में सामने आया है कि गिरोह ने 45 से ज्यादा बिल्डरों, होटल संचालकों, ज्वैलर्स, डॉक्टर व अन्य लोगों से करोड़ों रुपए हड़पे हैं। गिरोह के सरगना एडवोकेट नवीन देवानी, नीतेशबंधु और संदीप गुप्ता फरार हैं।
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