महिला डॉक्टर ने किशोरी से पूछताछ के बाद बगैर उसकी मर्जी के पुलिस को कॉल कर दी। पुलिस ने किशोरी का बयान लिया तब डरकर उसने सच्चाई उगल दी और पिता पर एक साल से दुष्कर्म करने का आरोप लगाया, लेकिन दो दिन बाद पुलिस ने उसको कोर्ट में पेश कर धारा-164 के तहत बयान दर्ज कराया तो वह बयान से पलट गई। उसने कहा कि वह सहेली के साथ घूमने जाना चाह रही थी।
पुलिस के मुताबिक आरोपी पत्नी और चार बच्चों के साथ रहता है। चार संतान में पीड़िता सबसे बड़ी है। पुलिस ने गत सोमवार को उसे तीस हजारी कोर्ट में पेश किया जहां से उसे तिहाड़ जेल भेज दिया गया। पिता के रोकने पर सबक सिखाने के लिए उसने गलत इल्जाम लगाया। कोर्ट रूम में दिल्ली महिला आयोग की टीम ने किशोरी की काउंसलिंग की और उसे बताया गया कि वह सच्चाई बोलेगी तो उसके पिता तुरंत जेल से बाहर आ जाएंगे, तो उसने सच्चाई उगल दी।
1 2