अस्पताल में बदले नवजात, 5 महीने बाद पहुंचे असली घर

अस्पताल में बदले नवजात, 5

अस्पताल में बदले नवजात, 5 महीने बाद पहुंचे असली घर।शिमला के कमला नेहरु अस्पताल में बच्चों की अदला बदली के गोरखधंधे का मामला सामने आया है ।अदला-बदली के गोरखधंधे ने दो मासूमों को पांच महीने तक उनके असली मां-बाप से दूर ऱखा।बीते कुछ समय पहले पेशे से नर्स शीतल ने कमला नेहरू अस्पताल में बेटे को जन्म दिया था, लेकिन उसे बेटी थमा दी गई। डीएनए टेस्ट के बाद शक यकीन में बदल गया। अस्पताल ने जब शिकायत को अनसुना किया तो शीतल ने अपने बच्चे को हासिल करने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

 

हाईकोर्ट के आदेश पर उसी दिन मां बनने वाली अंजना और उसके बेटे का डीएनए टेस्ट पुलिस ने करवाया और सच सामने आ गया। पिछले सप्ताह ही कोर्ट ने दोनों परिवारों को आपस में ही मामला सुलझाने का आदेश दिया था।हालांकि बच्चों की किस्मत अच्छी रही कि अब वे अपने अपने मां-बाप के पास पहुंच गए हैं। इस मामले में पुलिस ने अस्पताल की नर्स और दाई को गिरफ्तार किया है।शीतल ने कहा कि जिस बच्ची को पांच माह तक अपना दूध पिलाया, उससे बिछड़ने का गम भी है, लेकिन हम मिलते रहेंगे ताकि मंडी और शिमला का ये रिश्ता दोनों भाई-बहनों की तरह बना रहे।वहीं बच्ची की मां, अंजना ठाकुर ने कहा – मेरे पास पहले से बेटा है और अब बेटी की चाहत थी, लेकिन जब बेटा दिया गया तो पांच माह तक पालने के बाद बच्चे से मोह हो गया है।

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