भारतीय महासागर में वैज्ञानिकों ने एक ऐसी मछली की खोज की है जिसके होंठ हैं। मछलियों की छह हजार से अधिक प्रजातियों में से वैज्ञानिकों ने इसे ढूंढ निकाला है। इस मछली के होठ सात इंच लंबे हैं। ये मजबूत कोशिकाओं से बने हुये हैं। इसके होठ ऊपर से मशरूम कर तरह नजर आते हैं। किसी भी मछली के पहले ऐसे होठ नहीं देखे गये हैं। ऑस्‍ट्रेलियन यूनीवर्सिटी के बॉयोलाजिस्‍ट विक्‍टर ने बताया कि यह अपने आप में अनोखी प्रजाति है। शोधकर्ताओं ने स्कैनिंग इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी का उपयोग कर मछली के होठों की मांसपेशीयों की संरचना का पता लगाने के लिए भोजन करते समय वीडियो बनाया है।

वैज्ञानिकों ने पहली बार मछली के होठों की संरचना को समझने की कोशिश की है। जिससे उसके होठो की क्षमता को समझा जा सके। कोरल समुद्री जीवों में पाया जाने वाला पतला बलगम वाला मांस का एक तेज कंकाल है। जिसमें चुभने वाली कोशिकाओं भी हैं। कोट स्टिंगिंग कोशिकाओं से होंठों की रक्षा कर सकते हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि उन्हें मछली के होठों में चूना बल बढ़ाने के लिए कोरल की सतह के खिलाफ सील करने के तत्‍व मिले हैं। ये कोरल बलगम और चुभने वाली कोशिकाओं को कैप्चर किए जाने वाले कन्वेयर बेल्ट के रूप में काम करने में सहायता करता है।

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