मर्यादा पुरुषोत्तम यानि भगवान श्री राम के पैरों के तलवे में आपने 4 चिन्ह देखे होंगे। लेकिन क्या कभी आपने इस बात पर गौर किया है की आखिर ये चिन्ह उनके पैरों में क्यों है या इनके पीछे क्या वजह है। अगर आपको नहीं पता तो आज हम आपको बताते है कैसे आए प्रभु श्री राम के पग तलवे में ये चिन्ह ।
1. वज्र
विष्णुजी तपस्या कर रहे थे वहीं एक वृक्ष उग आया जो गुडहल के नाम से जाना गया। उसने विष्णु जी को धूप से बचाने के लिए अपनी छाया विष्णु जी पे कर दी। और दस हजार वर्षों तक लगातार विष्णु जी पे पुष्पों की बरसात करता रहा। लेकिन विष्णु जी ने अपने नेत्र नही खोले। यह देखकर वृक्ष को क्रोध आ गया। अपने पुष्पों को पत्थर रूप में परिवर्तित करके भगवान विष्णु जी पे बरसाने लगा।
अचानक भगवान विष्णु जी के नेत्र खुल गये ।भगवान का सारा शरीर घायल हो गया था।विष्णु जी ने उसे दंड नही दिया बल्कि उसे बरदान दिया। उसे भक्ती का बरदान दे के पत्थर रूपी पुष्पों को अस्त्र में परिवर्तित कर के वज्र बना दिया। और वृक्ष से बोले ये भक्तिरूपी पुष्प वज्र हमारे पाँव के तलवे में तुम्हारी निशानी के रूप में अनन्तकाल तक रहेगी ।