अक्सर सर्दियों में ऐसा होता है कि नल या कुएं से हल्का गुनगुना पानी निकलता है। लेकिन एक गांव ऐसा भी है जहां 12 महीने सिर्फ गरम पानी निकलता है। गरम भी कोई हल्का फुल्का नहीं बल्कि एक दम खौलता पानी। जी हां यह सच है। इस गांव के लोगों को पानी पीने के लिए भी पहले उसे ठंडा करना पड़ता है। यह मामला है मोरखी गांव के करीब 10 हजार की आबादी वाले जींद जिले का जहां सर्दी या गर्मी हर मौसम में सिर्फ गरम पानी ही सपलाई होता है।
हालांकि सर्दियों के मौसम में मोरखी गांव के लोगों के लाेगों के लिए राहत की बात यह कि नहाने के लिए इस पानी को गर्म करने की जरूरत नहीं पड़ती। टीडीएस की मात्रा 500 एमजी प्रति लीटर ही है। करीब दो साल से पूरा गांव इस पानी को पी रहा है और किसी को भी इससे कोई तकलीफ नहीं हुई। पब्लिक हेल्थ के एक्सईएन भानू प्रताप शर्मा का कहना है कि कम गहराई पर पीने योग्य पानी न मिलने के कारण इसे ज्यादा गहराई पर लगाया गया।
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