देखने दिखाने में ये सब अच्छा लगता है। कहीं इस तरह का कोई हुनरमंद दिख जाए तो दो कदम तेज़ चल के आगे न बढ़ जाना। गलती से आगे बढ़ भी जाएं ना तो उसी तेज़ी से दो कदम वापस हो लेना। फिर ज़रा 100 ग्राम पानी पी के सुकून से उस बच्चे को पूछना, कहीं सीखते हो या मजबूरियों ने सिखा दिया? जवाब मिल जाएगा।
1 2