दरअसल ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले एस बोर्क और जॉन रेंडल नाम के दो लड़के जो लंदन में एक फर्नीचर की दुकान में काम करते थे। दोनों ने पहली बार हर्रोड्स घूमने का प्लान बनाया। इन्होंने वहां एक चिड़ियाघर में घूमने का फैसला किया जहां इन्हें इनका नया दोस्त मिला। वहां इन्हें एक पिंजड़े में शेर के 2 बच्चे मिले और दोनों ने उनमें से एक को ख़रीदने का मन बना लिया। उन्होंने मेल कब को ख़रीद लिया और उसका नाम रखा ‘क्रिस्चियन’। वो उसे अपने साथ लंदन ले आए और बेसमेंट की बिल्डिंग में उसका घर भी बना दिया। इसके बाद से उनकी ज़िंदगी पूरी तरह बदल गई और इस छोटे शेर के इर्द-गिर्द ही घूमने लगी। वो उसको अपने साथ हर जगह ले जाते और खूब खेलते। शेर के इस बच्चे को ये भी सिखाया गया था कि उसे पॉटी कहां करनी है। एस और जॉन क्रिस्चियन से बहुत प्यार करते थे लेकिन वो बहुत जल्दी बड़ा हो रहा था। क्रिस्चियन का अब लंदन में रहना मुश्किल हो रहा था तो उन्होंने तय किया कि अब उसके लिए एक नई जगह तलाश करनी होगी। इसी दौरान उनकी मुलाक़ात एक कंज़र्वेशनइस्ट से हुई जिनका नाम था जॉर्ज एडम्सन। उन्होंने इस नन्हें शेर को वापस उसके असली घर यानी जंगल ले जाने में जॉन और एस की मदद की।
जॉन और एस अपने दोस्त से मिलने के लिए बेताब थे। जॉर्ज ने उनसे कहा कि शायद क्रिस्टियन अब उन दोनों को नहीं पहचानेगा लेकिन वो दोनों नहीं माने और 1971 में उससे मिलने उसके नए घर पहुंच गए। रीयूनियन के इस सीन को फ़िल्माया गया है। पहले क्रिस्चियन दूर से दोनों को पहचानने की कोशिश करता है फिर उनकी तरफ़ दौड़ कर उनको म लेता है। ये दृश्य दिल पिघला देने वाला है। इसके बाद फिर जॉन और एस दोनों से मिलने जाते हैं। इस बार भी क्रिस्चियन उन दोनों को पहचान लेता है और साथ में उसके बच्चे भी होते हैं।