जिस तरह पुरुष, महिलाओं की इच्छा की परवाह किए या उनकी सहमति के बिना ही सहवास करते हैं, ऐसा ही कुछ पक्षियों में भी होता है। बहुत सारे नर बत्तख ऐसे होते हैं जो कि मादाओं के न चाहने के बावजूद उनसे संबंध बनाते हैं। इसी तरह जानवरों की दुनिया में भी जर्बदस्ती चलती है, लेकिन नर बत्तखों को ऐसा करने से हतोत्साहित करने के लिए प्रकृति ने एक और व्यवस्था की है। मादा बत्तख के गुप्तांग तक पहुंचने के कई रास्ते होते हैं और वह इनकी मदद से नर बत्तखों को गुमराह कर देती है और वे अपनी मनमानी नहीं कर पाते हैं।
ऑस्ट्रेलिया में एक रॉडेंट पाया जाता है जिसे ऐंटेचिनस भी कहते हैं। रोडेंट्स ऐसे प्राणी होते हैं जोकि अपने पैने दांतों से खाने को कुतरने का काम करते हैं। इस प्राणी की एक विशेषता यह होती है कि यह तब तक मादा के साथ संभोग में लिप्त रहता है जब तक उसकी मौत नहीं हो जाती। मादा पांडा पूरे साल में केवल 24 से 72 घंटों के लिए ही संभोग के लिए तैयार होती है। अगर यह समय निकल गया तो फिर वर्षों तक इंतजार करना पड़ता है। संभवत: इसी कारण से पांडा की जनसंख्या बहुत कम है और अगर इन्हें बंद करके रखा जाता है तो इनकी जनसंख्या बढ़ने की संभावना और भी कम हो जाती है।
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