ईसाई, सिख, हिन्दू और अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले किए जाते रहे हैं और 2007 के बाद पाकिस्तान दुनिया का पहला ऐसा देश है जहां पर अल्पसंख्यकों पर सबसे ज्यादा हमले किए गए। सोमालिया, सूडान, अफगानिस्तान, म्यांमार और काँगो के साथ पाकिस्तान भी उन देशों में शामिल है, जोकि अल्पसंख्यकों के लिए सर्वाधिक खतरनाक और असुरक्षित देश हैं। दस देशों की सूची में पाकिस्तान सातवें नंबर पर है।
प्रमुख बलूच नेताओं का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी है कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान या बाद में युवा बलूच लड़कियों को गिरफ्तार किया जाता है और उन्हें गायब कर दिया जाता है। उन्हें यह भी पता है कि सेना की हिरासत में इन महिलाओं का शोषण होता है लेकिन वे अपनी इज्जत और परिजनों को सरकारी जुल्मों से बचाने के लिए इन बातों को सार्वजनिक रूप से नहीं बतातीं।