पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर पाकिस्तानी सेना के हमले बढ़ रहे हैं और लाहौर में दिसंबर में ईसाईयों के घरों पर हमले किए गए। इन महिलाओं का कहना है कि बलोचिस्तान और गिलगित बाल्टिस्तान में महिलाओं की हालत बहुत अधिक खराब है। सैनिक अधिकारी इन क्षेत्रों की महिलाओं को जबरन अपने यातना शिविरों में ले जाते हैं, उनके साथ बलात्कार करते हैं और उन्हें सेक्स स्लेव्स बनाकर रखते हैं।
बाल्टिस्तान और गिलगित बाल्टिस्तान में उन परिवारों को मीडिया से मिलने जुलने भी नहीं दिया जाता है जिनकी लड़कियां, महिलाएं गायब हो गईं और पुलिस ने इनके गायब होने के मामले दर्ज करना तक जरूरी नहीं समझा।