दुनिया में आज भी ऐसे कई इलाके हैं जहां महिलाओं के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया जाता। आज भी लड़कियों को बोझ समझ कर गर्भ में ही मार दिया जाता है। ऐसा ही एक इलाका हमारे देश में भी है जो असामान्य लिंग अनुपात और कन्या भ्रूण हत्या के लिए जाना जाता है। लेकिन कहते हैं न कि बुराई कितनी भी ज़्यादा हो अच्छे लोग मिल ही जाते हैं। मराठवाड़ा के बीड़ जिले में किसी ऐसे व्यक्ति का मिलना वास्तव में खुशी की बात होती है जिसको बच्चियों से प्रेम हो और जो खुद अपने यहां पर नवजात के रूप में बेटी की दुआ करता हो।
दरअसल पूरे जिले में ऐसा ही एक शख्श है जिसका नाम अशोक पवार है। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले पवार को हमेशा से ही एक बेटी की ख्वाहिश थी। उसकी यह ख्वाहिश जब पूरी हुई तो उसने अपने सैलून पर छह माह के लिए फ्री सर्विस देने की स्कीम भी लागू कर दी। अपने घर से करीब तीन किमी दूर कुंभेेफल में उसकी नाई की दुकान हैै।