व्यक्ति में भविष्य में होने वाली घटना को जान लेता है। ऐसे में अतीत में जाकर घटना की सच्चाई का पता लगाया जा सकता है। मीलों दूर बैठे व्यक्ति की बातें सुनी जा सकती हैं। किसके मन में क्या विचार चल रहा है इसका शब्दश: पता लग जाता है। एक ही जगह बैठे हुए दुनिया की किसी भी जगह की जानकारी पल में ही हासिल की जा सकती है।
छठी इंद्री एक यह अति प्राचीनतम विधा है। ऋषि-संत इसी विद्या का प्रयोग कर एक दूसरे की मन की बात समझकर मन ही मन समाचार का संप्रेषण करते थे।