राजस्थान मारवाड़, पंजाब व हरियाणा में हिजड़े बच्चे पैदा होने की संख्या दूसरे प्रदेशों की तुलना में काफी अधिक है। प्रकृति के इस क्रूर मजाक के कारण ही हिजड़ों का पूरा जीवन सभी पारिवारिक सुखों से वंचित रह जाता है, न उनकी शादी ही होती है और न ही उनका वंश चलाने वाले बच्चे।
उनका मानना है कि जीवनभर खुशी की तलाश मे वे अगर कोई जश्न मनाते हैं तो वह इस नरक जैसे जीवन से छुटकारा पाने की खुशी में मनाया जाता है।