मोसाद का पूरा एक विभाग जैविक और रासायनिक जहरों की खोज में लगा रहता है और इनके वैज्ञानिक हथियार भी बनाते हैं। ऐसा माना जाता है कि फिलीस्तीन नेता यासर अराफात को मोसाद ने ऐसा जहर देकर मारा था कि उसकी पहचान तक नहीं की जा सकी।इसराइल के नेता नेतन्याहू ने पोलैंड को पेशकश की थी कि अगर वह चाहे तो उन्हें लेविंस्की टेप्स उपलब्ध कराए जा सकते हैं। उदाहरण के लिए, एक बार मोसाद एजेंटों ने आतंकवादी की पत्नी को फूल भेजे थे और इसके मिनटों बाद ही उस उग्रवादी की हत्या कर दी गई थी।
मोसाद एजेंटों ने अरब मूल के परमाणु वैज्ञानिकों की हत्याएं करने का भी काम किया है ताकि अरब देशों की परमाणु बम बनाने की महत्वाकांक्षाओं को रोका जा सके। एक मोसाद एजेंट्स कई सैनिकों के बराबर होता है जो ना ही मात्र अकेले खुफिया ऑपरेशन अंजाम दे सकता है बल्कि अपने दुश्मन के बड़े से बड़े ठिकाने को तबाह करने में भी सक्षम होता है।