क्या रॉ को मिलेगा मोसाद का साथ?

क्या रॉ को मिलेगा मोसाद का साथ

मोसाद एजेंट सीआईए, एमआई 5, एमआई 6 के साथ मिलकर काम करते हैं। इस एजेंसी में काम करने के लिए बड़े-बड़े अधिकारी होड़ करते नजर आते हैं और हरेक अधिकारी का सपना होता है कि वह मोसाद का सर्वेसर्वा बने। इसराइली सेना के एक बहुत तेजतर्रार अधिकारी रूवेन शिलोह को इसे स्थापित करने का श्रेय जाता है। आप किसी एजेंसी से उम्मीद नहीं कर सकते हैं कि यह रहस्यों को उजागर करे, लेकिन मोसाद ऐसी एजेंसी है जो एक देश के रहस्य दूसरे देशों तक पहुंचाने का काम भी करती है। इतना ही नहीं, इसके एजेंटों ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की मोनिका लेविंस्की के साथ बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया था

मोसाद एक ऐसी खुफिया एजेंसी है जिसमें मनोवैज्ञानिक युद्ध (साइकोलॉजिकल वारफेयर) का पूरा एक विभाग है जो यह तय करता है कि ऑपरेशन के कौन से खुफिया हिस्से को मीडिया में लीक करना है ताकि दुश्मनों के दिलो-दिमाग में भय और बदहवासी पैदा की जा सके।

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