हम सभी जानते है योग शरीर को फिट रखता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले की 93 वर्षीय नानाम्मल को कहा जा सकता है। उम्र के इस पड़ाव पर आकर भी वह योग के सभी आसन आराम से कर लेती हैं। कोयंबटूर के पोल्लाची इलाके के नजदीक जामिन कलियापुरम में जन्मी नानाम्मल की ओर से योग के लिए दिए गए योगदान को खारिज नहीं किया जा सकता है।
1920 में जन्मी नानाम्मल 50 तरह के आसनों को पूरी मुस्तैदी के साथ करती हैं। इनके परिवार की पांच पीढ़ियां योग से जुड़ी हुई हैं। वह खुद महज 5 साल की उम्र से नियमित योगाभ्यास करती हैं। उन्होंने अपने दादा जी से योग सीखा था। उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं। सभी का जन्म नॉर्मल डिलिवरी से ही हुआ। नानाम्मल के सभी बेटे और बेटियां फिलहाल अलग-अलग जगहों पर योग टीचर के तौर पर काम कर रहे हैं। नानाम्मल की फिटनेस आज भी गजब की है। वह लोगों को योग से होने वाले फायदों के बारे में भी बताती हैं।
वह आज भी अपने दांतों को नीम की दातुन से मांजती हैं। इसके बाद वह सूर्य नमस्कार करती हैं। नाश्ते में नानाम्मल शुद्ध सब्जियों और बटर मिल्क का सेवन करती हैं। लंच में भी वह पूरा संतुलन रखते हुए पालक, सब्जी, दाल और दूध लेती हैं। नानाम्मल डिनर में खाना खाने की बजाय दो केले खाती हैं और एक गिलास दूध लेती हैं। 90 साल की उम्र में भी उनकी आंखों की रोशनी बरकरार है। यही नहीं वह कई कठिन योगासनों को भी आसानी से कर लेती हैं।
वह कहती हैं, ‘योग से लीवर, किडनी और हार्ट जैसे अंग पूरी ऊर्जा के साथ काम करते हैं। योग इन अंगों को ताकत देने का काम करता है। यही नहीं इससे गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं का भी समाधान होता है।’ वह अपने गांव के लोगों को योग के फायदे बताती हैं।