प्यार एक ऐसी चीज़ है जो पत्थर को पिघला देता है और भूले भटकों को भी शाम को घर ले आता है। कहने में ये सब बातें फिल्मी लगती हैं, लेकिन ऐसा ही एक मामला झारखंड के रांची में देखने को मिला है जहां पीएलएफआई के एरिया कमांडर लालबिहारी सिंह ने सरेंडर कर दिया है। लाल बिहारी ने नकसलवाद का रास्ता हमेशा के लिए छोड़ दिया है और एक सभ्य नागरिक की तरह शांतिपूर्ण जीवन जीने का वादा किया है। उसकी जिंदगी के इतने बड़े फैसले के पीछे और कोई नहीं बल्कि उसकी पत्नी शिखा है जिसकी 2 महीने पहले ही लालबिहारी से शादी हुई हैं।
गौरतलब है कि लालबिहारी सिंह पर झारखंड सरकार ने 2 लाख रुपए का इनाम रखा था। शादी के बाद भी वो जंगल में दस्ते के साथ घूमते रहता था। ठेकेदारों से लेवी वसूलता था। उसकी पत्नी शिखा लुगून को लालबिहारी का उग्रवादी बनकर काम करना अच्छा नहीं लगता था। शादी के बाद से ही वो पति को समझाने लगी थी। हमेशा आम आदमी की तरह जीने के लिए कहती थी। पति के सामने वो हनीमून मनाने के लिए कहीं बाहर जाने को कहती थी। इसी तरह लालबिहारी की मां भी उसे समझाती थी। आखिरकार, पत्नी के प्यार में एरिया कमांडर को झुकना पड़ा। उसने दस्ते के 9 सदस्यों को अपने साथ सरेंडर कराया।
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