केंद्र सकार ने कैशलेस इकनॉमी के प्रचार प्रसार के लिए लगभग 94 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इस खर्च को लेकर कई लोग यह कह रहे हैं कि महज़ ढाई महीने में 94 करोड़ प्रचार प्रसार के नाम पर जिस तरह से फूंक डाले गए यह कैशलेस की जानकारी दी गई, या नोटबंदी के मुद्दे को मैनेज कराने की कोशिशें थी।
हिंदी न्यूज़ पोर्टल इंडिया संवाद की खबर के मुताबिक नोटबंदी के बाद सरकार ने डिजिटल भुगतान के प्रचार पर करीब 94 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। प्रचार के जरिए लोगों को कैशलेस भुगतान और ऑनलाइन बैंकिग की तरफ आकर्षित करने के लिए कार्यक्रम चलाए गए।