हवालात में पुलिसकर्मी बने साक्षी, हुआ थाने में निकाह , बागपत के जिस थाना परिसर में फरियादियों का तांता लगा रहता हो। जहां पुलिस वाले गुंडों-बदमाशों को हवालात में ठूंसते हों, कल वहां का नजारा ही कुछ और था। यहां प्रेमी-युगल का निकाह हुआ। बाकायदा, मौलवी को बुलाया गया और गवाह भी आए। निकाह बाद पुलिस सुरक्षा के बीच विदाई भी हुई।
प्रेमी युगल का आरोप है कि इसके बाद उनके परिजनों ने दोनों को बंधक बना लिया। एक माह से दोनों अपने-अपने घरों में बंधक थे। कल प्रेमी जोड़ा किसी तरह भागकर कोतवाली पहुंचा। वहां उन्होंने पुलिस को पीड़ा बताई तो एसएसआइ फिरोज अख्तर ने प्रेमी युगल के कागजात देखे। दोनों बालिग पाए गए जिसके बाद मौलवी बुलाकर उनका निकाह करा दिया गया।
एसएसआइ ने बताया कि लड़के ने लड़की को मेहर के तौर पर साढ़े 52 तोला चांदी देने की बात कही। इस दौरान दो गवाह भी रहे और बाद में पुलिस सुरक्षा के बीच नवविवाहिता को दूल्हे के घर भिजवा दिया। दोनों के घरवालों को हिदायत दी कि यदि उन्हें किसी ने कुछ कहने की हिमाकत की तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बड़ौत के इस्लामाबाद मोहल्ला निवासी सरफराज के मोहल्ले में ही रहने वाली अपनी ही बिरादरी की युवती शरबत के साथ कई साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दोनों ने अपने-अपने परिजनों से शादी करने का प्रस्ताव रखा तो वे उनकी जान के दुश्मन बन गए। युवती के घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लग गई। प्यार की डोर टूटती देखकर करीब एक माह पूर्व यह जोड़ा घर से फरार हो गया था। पुलिस ने दो दिन बाद ही दोनों को बड़ौत से ही पकड़कर परिजनों के हवाले कर दिया था।