हस्तमैथुन करते पकड़े गए तो लगेगा लगभग 7000 रूपये जुर्माना , शायद इसी लिए अमेरिका को प्रगतिशील देश कहा जाता है। हमारे सोच विचार से एकदम अलग माहौल है वहां पे। हम अभी तक जिन मुद्दों पर आपसी बातचीत में शर्मा जाते हैं वहां पे उन मुद्दों पर संसद में बहस हो जाती है।
डेमोक्रेट सांसद ने हस्तमैथुन करने वाले पुरुषों पर 100 डॉलर जुर्माना लगाने का प्रस्ताव रखा है। जेसिका फर्रार एक डेमोक्रेट सांसद हैं जो इस प्रस्ताव पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अजन्मे बच्चों की सुरक्षा हर तरफ से होनी चाहिए। जेसिका कहती हैं कि अगर कोई आदमी स्त्री योनि से बाहर स्पर्म निकालता है तो यह अजन्मे बच्चे के ख़िलाफ़ क़दम है। जेसिका फर्रार ‘पुरुषों को जानने का अधिकार’ कैंपेन के तहत बता रही हैं कि महिलाओं को कुछ ख़ास हेल्थकेयर क़ानूनों के नाम पर परेशान किया जाता है लेकिन पुरुषों के लिए ऐसा कोई क़ानून नहीं है। इसमें उन्होंने ख़ासकर गर्भपात का ज़िक्र किया है।
टेक्सस में गर्भपात को लेकर कड़े क़ानून हैं। यहां रूढ़िवादी ईसाई परंपराओं के मुताबिक़ गर्भपात क़ानून को बनाया गया है। साल 2011 से गर्भपात से 24 घंटे पहले महिलाओं को एक कठिन अल्ट्रासाउंड से गुजरना पड़ता है। इसमें महिलाओं को कम से कम दो बार हॉस्पिटल का चक्कर लगाना पड़ता है। इसी वजह से फर्रार ग़ुस्से में हैं। फर्रार ने कहा, ”जब एक महिला ट्रांस-वजाइनल अल्ट्रासाउंड से गुजरती है तो उसके लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का ख्याल नहीं रखा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में उसके दिमाग़ को बदलने में सरकार का क़ानून दोषी है। नसबंदी या वियाग्रा के लिए कोई पर्चा मिलने से पहले एक अवधि तक इंतजार करना अनिवार्य है। इसी तरह मेडिकल के हिसाब से ग़ैरज़रूरी डिजिटल रेक्टल जांच के लिए भी इंतजार करना होता है।”
उन्होंने कामुकता का वर्गीकरण करते हुए बताया कि योनि के बाहर शुक्राणु निकालना अजन्मे बच्चे के ख़िलाफ़ कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि यह जीवन की पवित्रता बनाए रखने में ख़ुद की नाकामी की तरह है। फर्रार ने कहा, ”कइयों को यह बिल मज़ाक लग रहा है। टेक्सस में जो महिलाएं हर दिन सामना कर रही हैं वह कोई मज़ाक नहीं है। यहां के सांसदों ने महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को काफी मुश्किल बना दिया है।”