साल 1957 में इन्होंने मद्रास पोर्ट पर एक कुली के रूप में काम करने शुरू कर दिए। कई सालों तक इन्होनें वहां सामान लोडिंग और अनलोडिंग का काम करते हुए कुछ पैसे बचा लिए। इतना ही नहीं इन्होनें साथ-ही-साथ इस क्षेत्र के लोगों के साथ अच्छे संबंध भी कायम किये। वेंडरों के साथ अच्छे संबंध और सेविंग के कुछ रुपयों से इन्होनें ख़ुद का एक छोटा सा लोजिस्टिक्स करोबार शुरू करने को सोचे।
कम कीमत पर गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करने की इनकी सोच ने इन्हें काफी कम दिनों में ही लोजिस्टिक्स जगत का टाइकून बना दिया। इन्हें बड़े-बड़े क्लाइंट्स के ऑफर आने शुरू हो गए और फिर इन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज एमजीएम ग्रुप भारत की एक अग्रणी कंपनी में से एक है, जो लोजिस्टिक्स से लेकर कोयला और खनिज खनन, फूड चेन और होटल के अंतरराष्ट्रीय व्यापार समेत कई अन्य क्षेत्रों में अपनी पैठ जमा चुका है।