क्या आपने कभी ऐसी मंदिर के बारे में सुना है कि जहा पर मां दुर्गा के मंदिर में महिलाएं नही जा सकती है। अगर वो गई तो मां उनसे क्रोधित हो जाती है और उन्हे दंडित करती है।
यह मंदिर है माता पार्वती का जो कि मध्यप्रदेश के श्योपुर से 3 किमी दूर है जाटखेड़ा गांव में स्थित हैं। इस मंदिर में अगर महिलाएं अंदर जानें की कोशिश करती है, तो मां कोध्रित होकर मधुमक्खी के रूप में उसे दंडित करती है।
यहां पर मां पार्वती को श्रृंगार के रूप में केवल सफेद या पीली रंग की चुनर और इसी रंग के फूल चढ़ा सकते है। साथ ही यह श्रृंगार केवल पुरुष चढा़ सकते है और वो ही केवल मां के चरणों को स्पर्श कर सकते है। यहां पर महिलाएं बाहर से ही दर्शन कर लौट जाती है।
माना जाता है कि यह मंदिर 300 साल पुराना है। इस मंदिर में 20 सीढ़ियां है। 17 सीढ़िया तक तो महिलाएं आ सकती है। जैसे ही 18 वीं सीढ़ी आती है वहां पर एक चेतावनी बोर्ड लगा है जिसमें लाल रंग से लिखा है कि इसके आगे महिलाएं और युवतियां नही जा सकती है।
जिनके पूर्वज इस मंदिर के पुजारी रह चुके भवानी शंकर बताते है कि महिलाओं को महावारी (पीरियड) होने के बाद वह 5 दिन तक अशुद्ध होती है। इस कारण वह नही आ सकती है। इसी कारण हम हर महिला से दर्शन करने से पहले यह बात नही पुछ सकते है। इसके कारण यहां महिलाओं और युवतियों का आना वर्जित है।
माना जाता है कि इस बात को जो महिला या युवती नही मानती है तो मां उस पर क्रोधित हो जाती है और उसे सजा देती है।