रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर देश आर्थिक वृद्धि और असमानता घटाने के महत्वपूर्ण अवसरों से चूक गए हैं। इसका मुख्य कारण नीति निर्धारकों द्वारा वर्षों पहले बनाए गए विकास के मॉडलों और उसके अनुपालन में कोई बदलाव नहीं करना बताया गया है। इस सूचकांक में 79 विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में लिथुआनिया पहले स्थान पर और अजरबाइजान व हंगरी को क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रखा गया हैं। भारत के पड़ोसी चीन को (15वें), नेपाल को (27वें), बांग्लादेश को (36वें) और पाकिस्तान को (52वें) स्थान पर रखा गया है।