अब केले से बनाए जा रहे है सैनिटरी पैड,जानिए कैसे । आपने अक्सर देखा होगा कि महिलाएं पीरियड्स के दौरान अपनी आर्थिक दिक्कतों में फंसी रहती है, इन सब को देखते हुए एमआईटी की ग्रैजुएट अमृता सहगल ने अपनी क्लासमेट क्रिस्टिन कागेत्सु के साथ मिलकर केले के पेड़ में मौजूद फाइबर वेस्ट से सैनिटरी पैड बनाने पर काम शुरू किया। इस तरह से अमृता और उनके साथी न केवल ग्रामीण भारत की महिलाओं को हाइजैनिक पैड्स उपलब्ध करा रही हैं।
भारत और गरीब परिवारों की महिलाएं पीरियड्स के दौरान सैनिटटरी पैड का इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं। कई परिवारों में दो जून की रोटी के लिए ही तमाम मशक्कतें करनी पड़ती हैं, ऐसे में कई महिलाएं हाइजीन और स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देती हैं।