जिन महिलाओं को सेक्स के दौरान चरम सुख पर पहुंचने में दिक्कत होती है, उनके लिए केगल एक्सर्साइज़ बहुत फायदेमंद होती है।महिला के जीवन में कई तरह के अलग-अलग दौर होते हैं। बच्चा पैदा करना, उसे दूध पिलाना और पीरियड्स बंद होने तक के कई दौर चरण होते हैं। इस दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिससे कि वजाइना शुष्क हो सकती है। इस्ट्रोजन वजाइना को स्वस्थ और गीला रखने में मदद करता है।
एक बार जब शरीर में इस्ट्रोजन की मात्रा घटने लगती है, तब वजाइना शुष्क हो जाता है।कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि इससे पाचन में मदद मिलती है और शरीर में पानी की कमी व पेट की सूजन में भी काफी फायदा होता है।कुछ अध्ययनों में यह भी संकेत मिला है कि प्रोबायॉटिक के इस्तेमाल से यौनांगों के संक्रमण में भी फायदा मिलता है। प्रोबायॉटिक को ‘अच्छे जीवाणुओं’ की श्रेणी में रखा जाता है।