हमारे देश में एक आम आदमी जितना कमाता नहीं है उससे कहीं ज़्यादा टैक्स भरता है। कुछ खरीदेगा तब टैक्स कहीं, जाएगा तब टैक्स। हालांकि जब सैलरी आती है टैक्स तभी कट जाता है फिर भी आधी सैलरी सिर्फ टैक्स भरने में खत्म हो जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक जगह ऐसी भी है जहां लोग आज से कुछ समय पहले सूरज की रोशनी और हवा के घर में आने पर भी टैक्स भरते थे। चौंकिए मत क्योंकि ऐसा सच में होता है।