ट्रेंड कर रहा है चलन, ऑफिस से कभी भी निकल जाएं, बस काम पूरा हो , एक नए अध्ययन में सामने आया है कि पारंपरिक रूप से नौ से पांच की ऑफिस टाइमिंग अब बीते समय की बात होने जा रही है। नियोक्ता अपने सभी कर्मचारियों को फ्लेक्सिबल टाइमिंग देने पर काम कर रही हैं। करीब 26 फीसदी से अधिक कंपनियां अपने सभी कर्मचारियों को फ्लैक्सिबल वर्किंग पैटर्न (यानी जब कर्मचारियों को सहूलियत हो, तब वे काम करें) दे रही हैं,
जबकि सात फीसदी कंपनियां वरिष्ठ कर्मचारियों को यह सुविधा दे रही हैं। ऐसा इसलिए ताकि कर्मचारी अपनी अन्य प्रतिबद्धताओं जैसे बच्चों को समय देना आदि को पूरा करते हुए ऑफिस के काम में पूरा योगदान दे सकें।
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