वैसे तो देश में अक्सर सरकार जनता से फ़ैमिली प्लानिंग अपनाने के लिए अनुरोध करती है। फ़ैमिली प्लानिंग को लेकर जनता के लिए कई कैम्पेन भी जारी किए हैं लेकिन क्या आपको पता है एक देश भी है जहां फ़ैमिली प्लानिंग अपनाई तो नौकरी नहीं मिलेगी।
जी हां, सही सुना आपने, ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करोगे तो सरकारी नौकरी मिलेगी ये हम नहीं दक्षिण कोरिया की सरकार कह रही है। दक्षिण कोरिया की सरकार ने लोगों को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के कई उपायों का एलान किया है। देश में गिरते जन्म दर से सरकार चिंतित है।
कोरियन हेराल्ड अखबार के मुताबिक प्रजनन संबंधी समस्या के इलाज के लिए सरकार आर्थिक मदद करेगी।सरकारी मदद सितंबर के महीने से मिलना शुरू होगी और इसके दायरे में सभी आय वर्ग के लोग आएंगे। अब तक सरकारी मदद केवल कम आय वाले दम्पति तक ही सीमित थी। लेकिन इस बदलाव के बाद अब इलाज के लिए हर कोई कम से कम क़रीब 60 हजार रुपये पाने का हकदार होगा।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री जंग चिन यू का कहना है कि जन्म दर में गिरावट को रोकने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जानी चाहिए। इसके अलावा प्रजनन संबंधी उपचार करा रहे लोगों को अगले साल जुलाई से तीन दिन की अवैतनिक छुट्टी की गारंटी दी गई है।
दूसरा बच्चे के जन्म पर पिताओं को पितृत्व अवकाश भुगतान बढ़ाने का भी एलान किया गया है। अखबार के मुताबिक तीन या ज्यादा बच्चों वाले घरों को सार्वजनिक शिशु देखभाल की सुविधाओं में प्राथमिकता दी जाएगी।
कोरिया टाइम्स के मुताबिक इस साल के पहले पांच महीनों में पिछले साल के इन्हीं महीनों की तुलना में जन्म दर 5.3 फ़ीसदी की कमी आई है। वहीं आलोचकों का कहना है कि समस्या पैसों की नहीं बल्कि दक्षिण कोरिया की कॉर्पोरेट संस्कृति की है, जिसमें कर्मचारियों से घंटों काम करने की उम्मीद की जाती इस वजह से लोगों को लगता है कि वे बच्चों की देखभाल के लिए समय नहीं निकाल पाएंगे।