सरट्से, आइसलैंड
आइसलैंडिक आइलैंड भी किसी रहस्य से कम नहीं है। 1963 से पहले इस आइलैंड का अस्तित्व ही नहीं था। 1963 में यहाँ पर पानी के अंदर से अचानक एक ज्वालामुखी फटा। ज्वालामुखी में लगातार 1967 तक विस्फोट होते रहे, और साथ ही जवालामुखी का आकर और ऊंचाई बढ़ती रही। 1967 में जब वोल्केनो बिलकुल शांत हुआ तो यहाँ पर एक आइलैंड बाकी रह गया।